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प्रधानमंत्री आवास योजना में बड़ा घोटाला | जानिए पूरा सच और आंकड़े

प्रधानमंत्री आवास योजना में बड़ा घोटाला | जानिए पूरा सच और आंकड़े

 

प्रधानमंत्री आवास योजना को लेकर एक बहुत बड़ा घोटाला सामने आया देखने को मिला हैv जिसके अंदर गरीबों के घर बनाने को लेकर लगभग 77 घरों के डेढ़ करोड़ रुपए को अवैध रूप से गायब करने का मामला सामने आया है चलिए जानते हैं पूरीखबर 


प्रधानमंत्रीआवास योजना:–


आपको बता दे कि प्रधानमंत्री आवास योजना 2015 के अंदर सभी के लिए आवास के लक्ष्य के साथ शुरू की गई थी इस योजना का मुख्य उद्देश्य भारत के ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में पात्र व्यक्ति को नाम पर एक पक्के घर उपलब्ध करवाने का लक्ष्य रखा गया जिसके अंदर सरकार ग्रामीण क्षेत्र के अंदर 1.20 लख रुपए देती थी जिससे वह अपने सपनों के घर को बना सके और साथ में ही सरकार इसके ऊपर निगरानी रखने के लिए कई सारे भ्रष्टाचारियों ने इसके अंदर भ्रष्टाचारी स्टार्टकर दिया 


मध्य प्रदेश के सतना जिले में प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना में भ्रष्टाचार का एक बड़ा मामला सामने देखने को मिला है जहां पर मध्य प्रदेश के सतना जिले की रामपुर बघेलान तहसील के अंदर एक ग्राम पंचायत विजय सिंह और उसके सचिव सहायक आरती सिंह की मिली भगत में लगभग 77 पीएम आवास योजना के तहत बनाए जाने वाले घरों को ने बनाते हुए डेढ़ करोड़ रुपए से भी ज्यादा रुपए जाने की साजिश का हुआ है सरकार ने जांच शुरू कर दी है 

 योजना के लाभार्थी को मिलीझोपड़ी:–इसके अंदर जांच के अंदर पाया गया कि जिन भी लाभार्थियों को इस योजना का लाभ दिया गया है जब सर्वेक्षण किया गया तो पता चला की जांच में लाभ बढ़तियों के पीएम आवास योजना की जगह पाई गई जिला पंचायत की मुख्य कार्यकारी अधिकारी को भेजा गया और खोज शुरू कीगई


लाभार्थियों के साथधांधली:–


अब जब इस बड़े घोटाले का शाम ने आने का पता चला तो रिपोर्ट प्राप्त होने पर कठोर कार्यवाही की जाएगी सूचना के अनुसार 4 जून को ग्रामीण ने फर्जीवाड़ी की शिकायत पंचायत ग्राम विकास विभाग में की मजे की बात यह है कि लाभार्थी को विश्वास में रखकर धांधली की गई उनमें से कई ग्रामीण को जब कमिश्नर नहीं मिला तो मामला सार्वजनिक हो गया सब कुछ कमीशन पर टिका हुआ था नाम सार्वजनिक करने की शर्त बताई कि उन्हें आवास के नाम पर कमीशन देने की बात पंचायत पंचायत सचिव रोजगार सहायक ने कही थी लालच में आकर उन्होंने दूसरे के पीएम आवास के सामने खड़े होकर फोटो खिंचवा लिए जिससे इस तरीके की अवैध घटना देखने को मिली


जांच रिपोर्ट में क्या कहा गया:–


जांच रिपोर्ट में बताया गया कि यहां पर पक्के घर का डेटाबेस बताया गया था यहां पर मेरे घर पे गए लेकिन जब सूचना में पता चला कि यहां पर पात्र व्यक्तियों के घरों पर तो झोपड़ियां बनी हुई है और उसका सारा पैसा पंचायत कर्मचारी के द्वारा अवैध रूप से उठा लिया गया और ऐसे घर भी मिले जहां पर सिर पर छत के नाम पर प्लास्टिक बनी हुई है और कुछ घरों पर तो टीनसेट भी लगे हुए हैं




पत्र भी हुए अपत्र:–


पीएम आवास योजना के तहत घर बनाने का एक क्राइटेरिया होता है लेकिन यहां पर करते हैं क्या कुछ देखने को मिले नहीं मिला जहां पर पात्र व्यक्तियों के स्थान पर ए पात्र व्यक्तियों को भी इस योजना के अंदर शामिल कर लिया गया लाभार्थी में ऐसे लोग भी शामिल बताए गए जो एक पत्र थे उनके नाम पक्का मकान में ट्रैक्टर भी थे योजना में प्रति लाभार्थी 1.20 लाख प्रदान किए जाते हैं और मजदूरी के रूप में 17000 रुपए की शासकीय कोर्स से निकल जाने की बात सामने आई यह एक मामला नहीं है ऐसे आए दिन हमारे सामने देखने को मिलते हैं जब मामला सामने आता है तब सरकार और उसके बाद कार्यवाही 

करना स्टार्ट करते हैं 

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